द फॉलोअप डेस्क
राजधानी रांची के हेसाग स्थित पशुपालन भवन में आज राज्य की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने विभागीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान मंत्री शिल्पी ने कहा कि झारखंड में कृषि विभाग 10 बीज ग्राम की स्थापना करेगा। इसका उद्देश्य उन्नत बीज के साथ-साथ राज्य में बीज की कमी को पूरा करना है। इसके लिए पश्चिम सिंहभूम, चतरा और लातेहार के 10 गांव के साथ आज MOU किया गया।इस दौरान मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने आगे कहा कि राज्य में अच्छे बीज की हमेशा से कमी रही है। इसके साथ ही डिमांड के अनुरूप राज्य में बीज उपलब्ध नहीं हो पाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग ने 10 अलग-अलग गांव को बीज ग्राम के तौर पर विकसित करने का निर्णय लिया है। किसानों के द्वारा तैयार बीज को खुद सरकार खरीदने का काम करेगी। फिर उस बीज को राज्य के किसानों के बीच तय सब्सिडी दर पर वितरित किया जाएगा। बता दें कि पशुपालन भवन में समीक्षा के दौरान मडुवा का उत्पादन करने वाले राज्य के 1400 किसानों के खाते में DBT के माध्यम से राशि हस्तांतरित की गई। वहीं, राज्य सरकार मडुवा की खेती करने वाले किसानों को 3 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से राशि का भुगतान करती है। शिल्पी ने कहा कि विभाग के द्वारा पंचायत स्तर पर इसकी मैपिंग की जाती है।
कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि विभाग FPO (Farmers Producer Organisation) को मजबूत करने में जुटा है। इसी क्रम में लोहरदगा के FPO को 15 लाख रुपए की राशि प्रदान की गई। इस समीक्षा बैठक के दौरान केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा संचालित योजनाओं पर चर्चा हुई। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने योजनाओं को गति देने को लेकर अधिकारियों को कई तरह के दिशा-निर्देश भी दिए।